मुक्तक ----
अश्कों का समुन्दर है ,आशाओं की लहरें हैं,
ख्वाहिशों की कश्तियाँ हैं,चट्टानों से इरादे हैं,
अंधेरों उजालों से जंग की,प्यास अनवरत जारी रख
मोहब्बत की पतवार से, किस्से जीत के लिखने हैं
----मंजु शर्मा
अश्कों का समुन्दर है ,आशाओं की लहरें हैं,
ख्वाहिशों की कश्तियाँ हैं,चट्टानों से इरादे हैं,
अंधेरों उजालों से जंग की,प्यास अनवरत जारी रख
मोहब्बत की पतवार से, किस्से जीत के लिखने हैं
----मंजु शर्मा
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